शनिवार, 5 सितंबर 2020

अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा रा अमेठी परिवार ने दिया पांच हजार एक रुपए का सहयोग।

  आज दिनांक 5/09/2020 को आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष यूपी रत्न पंडित राजेंद्र नाथ त्रिपाठी जी के निर्देशानुसार अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा रा  जनपद अमेठी आदरणीय प्रदेश महामंत्री चन्द्रशेखर पांडे जी के नेतृत्व में संगठन की एक टीम पंडित संजय दुबे जी के आवास पर पहुंच कर श्री दुबे जी का  हालचाल जाना और इस कष्ट की घड़ी में संगठन द्वारा आर्थिक सेवाभाव करते हुए आगे भी हर संभव मदद  का भरोसा दिया। विदित हो कि श्री दुबे जी लाइनमैन के तौर पर जामो जनपद अमेठी में कार्यरत थे। विद्युत लाइन 11000 वोल्ट को ठीक करते वक्त दुर्घटना के शिकार हो गए थे जिससे उनका शरीर झुलस गया था।                            भगवान परशुराम जी आदरणीय दुबे जी को जल्द ही स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष पंडित नितेश तिवारी जी , दुर्गेश मिश्रा जी , जितेंद्र तिवारी जी, सालिकराम पांडेय जी, जिलाजीत पांडेय जी , रूप हर्षित पांडेय जी, आदर्श दुबे, विवेक मिश्रा जी, सिद्धनाथ मिश्रा जी,  एवम् अन्य संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।

शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

देवरहाबाबा की #धरती पर लहराएगा प्रदेश का सबसे ऊंचा #तिरंगा, बनेगा #शहीदस्मारक

#देवरहाबाबा की #धरती पर लहराएगा प्रदेश का सबसे 
ऊंचा #तिरंगा, बनेगा #शहीदस्मारक
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स्‍मारक में अंकित होंगे शहीदों और सेनानियों के नाम 
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अटारी बॉर्डर, झारखंड की तरह अब उत्‍तर प्रदेश की 
धरती पर भी ऊंचा झंडा लहराएगा। जी हां, अगर सबकुछ तयशुदा रहा, तो #देवरहाबाबा की धरती देवभूमि देवरिया में यूपी का सबसे ऊंचा झंडा जल्द ही लहराता नजर आएगा। इसके प्रयास शुरू हो गए हैं उम्मीद है कि जल्‍द ही यूपी का सबसे ऊंचा झंडा देवरिया में लगेगा। #देशप्रेमीइंडियाफाउंडेशन की तरफ से 280 से 300 फीट ऊंचा #तिरंगा लगाने के लिए डीएम को पत्र लिखकर जगह की मांग की गई है. 

यह पहल जिले के #खोरीबारी निवासी #सामाजिककार्यकर्ता #धीरजराय की तरफ से की गई है. उन्‍होंने इसके लिए अन्‍य कई सरकारी व निजी कंपनियों से भी इस सिलसिले में बातचीत की है.
#देशप्रेमीइंडियाफाउंडेशन के सचिव #धीरजराय का कहना है कि यूपी का सबसे ऊंचा
#राष्ट्रीयध्वज #देवरिया में लगाने की योजना है, जिसके लिए प्रयास किया जा रहा है. उन्‍होंने बताया कि देश के अन्य प्रांतों के विभिन्न शहरों में 300 फीट तक ऊंचे झंडे लहरा रहे हैं, लेकिन अब तक यूपी इससे अछूता रह गया. 
यूपी के किसी शहर में 280 से 300 फीट ऊंचा झंडा नहीं लगा है. राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश का प्रतीक है और राष्ट्र में इस तरह ऊंचे झंडे लहराने से आने वाली पीढ़ी में देशप्रेम के प्रति उर्जा का संचार होता रहता है, इसलिए हर जगह इस तरह की गतिविधियां होनी चाहिए।चूंकि देवरिया स्‍वतंतता संग्राम सेनानियों व देश पर मर मिटने वाले क्रांतिकारियों का गढ रहा है इसलिए यूपी का सबसे ऊंचा झंडा देवरिया में लगाने का निर्णय लिया गया है. साथ ही यहां पर जिले के स्‍वतंतता संग्राम सेनानियों व सेना में शहीद होने वाले सैनिकों की स्‍मति में एक स्‍मारक बनाने की भी योजना है. इसके लिए स्थानीय प्रशासन को खत लिखकर जगह की मांग की गई, फाउंडेशन की ओर से रामलीला ग्राउंड या जीआईसी ग्राउंड का सुझाव दिया गया है. धीरज बताते हैं कि प्रशासनिक अनुमति मिलने के बाद हमारा प्रयास रहेगा कि यहां 280 से 300 फीट तक ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाएगा, जो हमेशा हमारे जिले के वीरों की याद दिलाता रहे. 

वीरता की कहानी कहेगा स्‍मारक 
#देशप्रमीइंडियाफाउंडेशन के सचिव #धीरजराय बताते हैं कि उनके छोटे दादाजी #रामनगीनाराय के साथ #भटनी इलाके के सैकडों लोग #आजादहिन्दफौज में शामिल हो गए थे. उनके साथ गए #मधुबनतिवारी और #करामदमियां इस दौरान शहीद हो गए. कई सालों बाद जब स्‍व. रामनगीना राय वापस अपने गांव खोरीबारी लौटे तो उन्‍होंने समाजसेवी स्‍व. #कमलाराय, #शिक्षकनेता स्‍व. रामदेव राय और ग्रामीणों के सहयोग से शहीद मधुबन करामद इंटर कॉलेज खोरीबारी देवरिया की स्‍थापना की, जिसे बाद में सरकार को सौंप दिया गया. आज भी उन सेनानियों के नाम पर वह इंटर कॉलेज संचालित हो रहा है, लेकिन उनके अलावा #देवरिया की धरती ने आजादी की लडाई में #रामचंद्रविधार्थी, #बाबूविश्वनाथराय, #सरलभगत, #जंगबहादुरमिश्र, #अमरशहीद #शिवराजउर्फसोनास्वर्णकार, #स्वामीनाथप्रजापति और न जाने कितने सेनानी दिए. ऐसे तमाम लोग थे जिनका नाम किसी को याद नहीं, साथ ही जिले के तमाम जवान सेना में जाकर देश के लिए शहीद हो गए, लेकिन वर्तमान पीढी उनको भूलती जा रही है. ऐसे में जिले में एक शहीद व सेनानी स्‍मारक बनने से ऐसे महान सपूतों को हमेशा याद किया जाता रहेगा और आने वाली पीढियों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी. कुल मिलाकर यह स्‍मारक देवरिया के वीर सपूतों की वीरता की कहानी कहेगा.    

शहीदों और सेनानियों के नाम होंगे अंकित 

धीरज राय कहते हैं कि उनकी योजना देवरिया में यूपी का सबसे उंचा तिरंगा लहराने के साथ साथ एक शहीद और सेनानी स्‍मारक बनवाने की भी है, जिसमें आजादी से लेकर अब तक के सेनानियों और शहीदों के नाम अंकित कराये जा सकें, ताकि आने वाली पीढियां भी उन रणबाकुंरों को याद रख सके. धीरज बताते हैं कि अगर प्रशासनिक अनुमति और सहयोग मिला तो उनका प्रयास यहां स्‍मारक बनवाने का है, जिसमें लगने वाले शिलापटों पर शहीदों व सेनानियों के नाम अंकित होंगे.

अब तक कहां लगा है कितना ऊंचा तिरंगा
अटारी बॉर्डर-  360 फीट
पुणे-  351 फीट
कोल्हापुर-  303 फीट
रांची-  293 फीट
हैदराबाद- 291 फीट
रायपुर- 269 फीट
फरीदाबाद- 250 फीट
भोपाल-  235 फीट
नवी मुंबई-  222 फीट
कटक-  215 फीट
गाजियाबाद- 211 फीट
नई दिल्ली-  207 फीट
लखनउ-  207 फीट
जयपुर-  206 फीट
गोरखपुर - 262 फीट (निर्माणाधीन)

गुरुवार, 13 अगस्त 2020

जजबलिया में लगाया गया Corona जांच शिविर

कोरोना पॉजिटिवों की संख्या  गोपालगंज में दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अब तक हुए जांच रिपोर्ट में गांव देहात की अपेक्षा नगर परिषद क्षेत्र में पॉजिटिवों की संख्या अधिक पायी जा रही है। इसको देखते हुए  बिहार स्वास्थ्य विभाग की तरफ से  गोपालगंज के विभिन्न हिस्सों में शिविर लगाकर कोरोना की जांच की जा रही है।  सोमवार जजवलिया बाजार में शिविर का अयोजन किया गया है।
शिविर में सैकड़ों लोगों की जांच  जांच चल रही है।प्रभारी चिकित्सक  ने बताया कि कोरोना पॉजिटिवों की जांच के लिए क्षेत्र  में शिविर का आयोजन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि Covid-19 Test-kit कीमती 1200 है एवं स्वास्थ्य  विभाग द्वारा प्रमाणित है इसलिए लोगों को निर्भीक होकर जांच करानी चाहिए!
समाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले बेलवा पंचायत के मुखिया श्री अखिलेश्वर पांडे उर्फ पुल्लू बाबा ने लोगों से इस जांच शिविर में बढ़ चढ कर हिस्सा लेने का निवेदन किया है।साथ में  यह भी बताया  की पॉजिटिव पर होम क्वारंटाइन किया जा रहा है।

बुधवार, 5 अगस्त 2020

राम जन्म भूमि पूजन पर दीप प्रज्वलित कर रोशन किए मंदिर - सनातन सेवक अमित कुमार तिवारी

श्रीराम मंदिर निर्माण भूमिपूजन का उत्साह : दिन भर लोगों ने की तैयारी, हनुमान मंदिर पर जलाए दीप, राममंदिर पर आकर्षक श्रृंगार-----फ्लेग

पगरा(प्रतिनिधि)। अयोध्या में बुधवार को श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमिपूजन को लेकर हर तरफ उत्सवी माहौल बना हुआ है। भूमिपूजन समारोह को यादगार और ऐतिहासिक बनाने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों  के कार्यकर्ताओं द्वारा व्यापक तैयारियां की गई है। जगह-जगह दीप जलाए  गए तो देवालयों में महाआरती के आयोजन  हुए। आतिशबाजी कर मंदिर निर्माण की खुशियों का इजहार भी किया  गया। लड्डू और मिठाई का वितरण भी हुआ।  क्षेत्र के कई देवालयों पर आकर्षक विद्युत सज्जा भी की गई है।

राम मंदिर निर्माण को लेकर देशवासियों में उत्साह का माहौल है। समाज सेवक अमित कुमार  तिवारी एवं भाजयुमो नेता विपिन कुमार  के तत्वावधान में  बुधवार को अयोध्या में श्रीराम मंदिर शिलान्यास के उपलक्ष्य में पगारा क्षेत्र की बुढ़िया माता मंदिर, हनुमान मंदिर समे माता मंदिर, ब्रह्म स्थान एवं लगभग क्षेत्र के सभी मंदिर पर शाम 7 बजे मंदिर परिसर में दीपमाला सज्जाकर व आतिशबाजी कर खुशी मनाई   गई। समाज सेवक  प्रमोद पाठक , गिरि बाबा ने यह उत्सव अपने-अपने घरों के बाहर रंगोली, दीपमाला व आतिशबाजी कर मनाने का आह्ढान किया !

 इस मौके पर उमेश सिंह, प्रमोद पाठक ,अमरेश गुप्ता ,मुकेश गुप्ता, विष्णु गुप्ता ,कृष्ण सिंह,  डबलू गुप्ता, 

आदि लोग मौजूद रहे।


गुरुवार, 23 जुलाई 2020

#देवरिया के #शिवमंदिर: सपने में आए थे भगवान शिव, जमीन खोदा तो

#देवरिया के #शिवमंदिर: सपने में आए थे भगवान शिव, जमीन खोदा तो निकला शिवलिंग

देवरिया के #भटनी ब्‍लॉक के गांव #खोरीबारी #मठिया में एक भगवान शिव का मंदिर है. ऐसी मान्‍यता है कि यहां शंकरजी आज भी जीवंत हैं, लोगों की हर मनोकामना पूरी करते हैं. यही कारण है कि यहां यूपी के अलावा सीमावर्ती इलाके बिहार से भी लोग पूजा पाठ करने आते हैं. अब यहां मां भगवती का भी विशाल मंदिर बन गया है, जहां लोगों की तांता लगा रहता है और मां सबकी मनोकामनाए पूरी करती हैं.

ये है इस मंदिर की पूरी कहानी 

कहा जाता है कि यहां का शिवलिंग स्‍वयंभू है. खोरीबारी के पूर्व प्रधान #डॉमुनीन्द्र राय के अनुसार उनके पूर्वज बताते थे कि बहुत पहले खामपार के ग्राम सरयां निवासी एक जमींदार स्‍वर्गीय यदुनंदन राय अपने सहयोगियों के साथ मुकदमे के सिलसिले में गोरखपुर जा रहे थे. तब आवागमन का साधन बैलगाडी हुआ करता था, यदुनंदन राय यही पर रात में विश्राम के लिए ठहरे थे. अभी जहां शिवलिंग है ठीक उसी के उपर वह विश्राम कर रहे थे कि रात को उन्‍होंने भगवान शिव को सपने में यह कहते सुना कि 'जहां तुम हो, उसके ठीक नीचे मैं हूं'. ऐसे में यदुनंदन राय उठकर बैठ गए और सुबह होने का इंतजार करने लगे.
 सुबह होते ही उन्‍होंने खोरीबारी के संभ्रांत लोगों को बुलाया और पूरी बात बताई जिसके बाद वहां पर खुदाई कराई गई तो धरती के भीतर से भगवान शिव का विशाल अर्ध निकला. ग्रामीण हर-हर महादेव का जयकारा करने लगे और यह निर्णय लिया गया कि इस स्‍थान पर भव्‍य शिवमंदिर बनेगा.
 आगे चलकर स्वर्गीय #कमलाराय, #फुलेनाराय, #रामबडाईराय आदि ने अपनी जमीनें मंदिर में दान में देकर मंदिर का विस्तार किया. पूर्वजों के बनाए इस मंदिर की देखरेख उनके परिजनों ने संभाला और स्वर्गीय कमला राय के पुत्र डॉ मुनीन्द्र राय की अगुवाई में वर्ष 1996-97 में मंदिर का जीर्णोदार का कार्य ग्रामीणों के सहयोग से कराया गया. 

16 साल से निकलती है कांवर यात्रा 

यहां पर पिछले 16 साल से कांवर यात्रा निकालकर भगवान शिव का भव्‍य जलाभिषेक किया जाता है.
डॉ मुनीन्द्र राय कहते हैं कि 16 साल पहले हर साल सावन में यहां बरहज से जल लाकर भगवान शिव के जलाभिषेक का निर्णय लिया. जब पहली साल वह कांवर लेकर निकले, तो उनके साथ सिर्फ गांव के ही गेंदा पांडेय थे, लेकिन धीरे धीरे हर साल यह संख्‍या बढती गई. हर साल लगभग हजारों लोग यहां बरहज से सरयूजी का जल लाकर सावन में भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं. इस कावंरियों के आवागमन व भोजन आदि की व्‍यवस्‍था कमला राय सेवा संस्‍थान की ओर से की जाती है.

स्थगित करनी पडी कांवर यात्रा

कमला राय सेवा संस्थान के अध्‍यक्ष यशवंत राय बताते हैं कि इस साल कोरोना और लॉकडाउन के कारण 16 साल से निकल रही कांवर यात्रा को स्‍थगित करना पडा, लेकिन अगली साल सबकुछ सामान्‍य रहा तो एक बार फिर बाबा के दरबार में कांवरियों का जमावडा लगेगा और भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा.